DAP Fertilizer Subsidy 2025: किसानों को DAP फर्टिलाइजर पर 3500 रुपये की विशेष सब्सिडी; नए निर्णय सीखें
DAP Fertilizer Subsidy 2025: किसानों के लिए एक अहम फैसला 1 जनवरी 2025 से लागू हो गया है. केंद्र सरकार ने डाई-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) उर्वरक की कीमत कम करने के लिए 3500 रुपये प्रति मीट्रिक टन की विशेष सब्सिडी को मंजूरी दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में लिए गए इस फैसले से किसानों को सस्ती कीमत पर खाद उपलब्ध होगी. (भारत में डीएपी उर्वरक सब्सिडी पर नवीनतम अपडेट की खोज करें। 1 जनवरी, 2025 से, किसानों को ₹3,500 प्रति मीट्रिक टन सब्सिडी मिलेगी, जिससे बेहतर कृषि उत्पादकता के लिए किफायती मूल्य सुनिश्चित होंगे। विवरण के लिए और पढ़ें)।
खाद की कीमत पर सब्सिडी से राहत
इस फैसले से डीएपी खाद की कीमत में लगातार हो रही बढ़ोतरी पर अंकुश लगेगा. कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए उर्वरक की कीमतों पर नियंत्रण जरूरी है और किसानों की मांग के बाद केंद्र सरकार ने यह फैसला लिया है.
व्यय और सब्सिडी की प्रकृति
सरकार ने इस विशेष सब्सिडी के लिए भारी वित्तीय प्रावधान किया है. डीएपी उर्वरक पर 3500 रुपये प्रति मीट्रिक टन की सब्सिडी देने के फैसले से किसानों की उत्पादन लागत कम होगी।
जुलाई 2024 के निर्णय का संशोधन
इससे पहले जुलाई 2024 में सरकार ने 01 अप्रैल 2024 से 31 दिसंबर 2024 की अवधि के लिए 2625 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ एक विशेष पैकेज की घोषणा की थी। नए फैसले से किसानों को ज्यादा फायदा होने की उम्मीद है.
किसानों के लिए महत्वपूर्ण कदम
केंद्र सरकार के इस रणनीतिक फैसले से देश के कृषि क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा. इसके पीछे का उद्देश्य किसानों को सस्ती कीमत पर डीएपी उर्वरक उपलब्ध कराना है।
किसानों को डीएपी खाद खरीदने के लिए क्या करना चाहिए?
किसानों को डीएपी उर्वरक खरीदने के लिए अपने स्थानीय कृषि केंद्रों से संपर्क करना चाहिए। अनुदान प्रक्रिया स्थानीय स्तर के अधिकारियों के मार्गदर्शन में की जाएगी।
केंद्र सरकार का यह फैसला किसानों के हित में स्वागतयोग्य है और इससे कृषि उत्पादन बढ़ने की संभावना है.