राज्य में स्वयं सहायता समूहों के लिए 7 करोड़ की धनराशि वितरित, स्वयं सहायता समूह निधि महाराष्ट्र 2024
स्वयं सहायता समूह निधि महाराष्ट्र 2024: राज्य में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के उद्देश्य से स्वयं सहायता समूह निधि योजना लागू की जा रही है। अल्पसंख्यक विकास विभाग ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए इस योजना के तहत 7 करोड़ रुपये के वितरण को मंजूरी दे दी है. (महाराष्ट्र ने 2024-25 के लिए अल्पसंख्यक विकास विभाग के तहत स्वयं सहायता समूहों के लिए ₹7 करोड़ आवंटित किए, अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों में महिलाओं को आर्थिक सहायता और कौशल के साथ सशक्त बनाया)।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- योजना का उद्देश्य:
अल्पसंख्यक महिलाओं को संगठित करके, ऋण प्रदान करके और उद्यमशीलता कौशल विकसित करके आर्थिक सशक्तिकरण प्राप्त करना।
- लाभार्थी भाग:
पहले चरण में मुंबई शहर, मुंबई उपनगर, नांदेड़, मालेगांव, करंजा, परभणी, पुणे, नागपुर, औरंगाबाद, भिवंडी, मुंब्रा-कौसा और मिराज में स्वयं सहायता समूह स्थापित किए जाएंगे।
- निधियों का संवितरण:
2024-25 के लिए 7 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है, और इस फंड का 60 प्रतिशत दिसंबर 2024 तक वितरित होने की उम्मीद है।
योजना की अवधि और प्रगति:
बचत गत समाचार मराठी में: इस योजना की अवधि 2025 तक बढ़ा दी गई है, अब तक 3200 स्वयं सहायता समूह और 8 लोगों द्वारा संचालित साधन केंद्र स्थापित किए गए हैं।
महिला आर्थिक विकास निगम की भूमिका:
महिला आर्थिक विकास निगम को निधि उपयोग प्रमाण पत्र सरकार को प्रस्तुत करना होगा। वितरित धनराशि का उचित उपयोग सुनिश्चित करने के लिए लेखांकन विवरण बनाए रखना अनिवार्य है।
इस योजना से अल्पसंख्यक महिलाओं को आर्थिक आत्मनिर्भरता प्राप्त करने में बड़ा योगदान मिलेगा। उद्यमशीलता कौशल विकसित करने से उन्हें उद्योग में नया प्रदर्शन हासिल करने का मौका मिलेगा।
नोट: इस योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए नजदीकी अल्पसंख्यक विकास विभाग से संपर्क करें।