अब डिलीवरी वर्कर्स को मिलेगा पीएफ और पेंशन? जानिए मोदी सरकार की नई योजना पीएफ पेंशन फॉर डिलीवरी वर्कर्स सामाजिक सुरक्षा योजना
डिलीवरी वर्कर्स के लिए पीएफ पेंशन सामाजिक सुरक्षा योजना: मोदी सरकार ने डिलीवरी वर्कर्स के लिए पीएफ पेंशन योजना की घोषणा की है, जो लाखों डिलीवरी वर्कर्स के लिए वित्तीय स्थिरता लाएगी। (मोदी सरकार डिलीवरी कर्मियों के लिए एक नए सामाजिक सुरक्षा ढांचे की योजना बना रही है, जिसमें पीएफ, पेंशन और चिकित्सा बीमा लाभ की पेशकश की जाएगी। कार्यान्वयन जून 2025 तक होने की उम्मीद है)।
क्या करना है?
मोदी सरकार गिग और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म श्रमिकों के लिए नई सामाजिक सुरक्षा योजना लाएगी। इसमें डिलीवरी वर्कर्स को भविष्य में पीएफ (प्रोविडेंट प्रोविडेंट फंड), मेडिकल इंश्योरेंस और पेंशन जैसे लाभ मिल सकते हैं।
गिग वर्कर क्या है?
गिग श्रमिक वे कर्मचारी हैं जो स्थायी श्रमिक नहीं हैं बल्कि अस्थायी आधार पर सेवाएं प्रदान करते हैं। उदाहरण के लिए, ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर डिलीवरी बॉय। ज़ोमैटो, स्विगी डिलीवरी बॉय, अमेज़ॅन डिलीवरी बॉय इत्यादि, अनुबंध श्रमिकों के साथ।
योजना की मुख्य विशेषताएं:
विशिष्ट पहचान संख्या: प्रत्येक गिग वर्कर को एक पहचान संख्या सौंपी जाएगी।
वित्तीय सुरक्षा: पीएफ, चिकित्सा बीमा और पेंशन प्रदान की जाएगी।
जून 2025 से कार्यान्वयन: सरकार का लक्ष्य इस योजना को जून से लागू करना है।
श्रमिकों की स्थिति बदलने का प्रयास
केंद्र सरकार के मुताबिक, कई गिग वर्कर्स के पास कोई वित्तीय सुरक्षा नहीं है। ऑर्डर को समय पर डिलीवर करने के लिए उन्हें कड़ी मेहनत करनी पड़ती है, लेकिन दुर्घटना या अन्य कारणों से वित्तीय संकट का खतरा रहता है।
2030 तक गिग श्रमिकों का अनुपात बढ़ रहा है
2030 तक देश में गिग वर्कर्स की संख्या 2 करोड़ 35 लाख तक पहुंचने का अनुमान है. इस नई योजना से उन्हें बेहतर जीवन स्तर और वित्तीय स्थिरता मिलेगी।
विरोधियों की प्रतिक्रिया
विरोधियों ने इस योजना को चुनाव पूर्व स्टंट कहा है, लेकिन सरकार ने यह कहकर प्रतिक्रिया दी है कि यह योजना गिग श्रमिकों के जीवन को बदलने में महत्वपूर्ण है।
संपूर्ण जानकारी एवं आवेदन प्रक्रिया के लिए maratisarkaryojana.in उपरोक्त वेबसाइट पर जाएँ.